मौसम को आज बरसने का मन है
ठंडी हवा के साथ बूंदों का आगमन है
ऐसे में क्यूँ मेरा दिल भर आया है
याद आई तेरी या तन्हाई ने बुलाया है
मिट्टी की खुश्बू ने सबको मदहोश कर दिया
बच्चों ने रास्ते पर ख़ुशी का ऐलान कर लिया
पर फिर क्यों मौसम ने मेरी आँखों को नम कर दिया
शायद टूटा है कोई सपना जिसने मन को झंकझोर दिया
ऐसे बारिश में भी क्यूँ है ये प्यास अधूरी
क्यूँ नही होती कभी दिल की कमी पूरी
कभी खिड़की तो कभी बिस्तर पर बैठते हैं हम
और याद करते हैं वो पहली मुलाकात हमारी
वो वक छाते में हमारा सम्भल के चलना
वो बाहों का प्यार से लड़ना झगड़ना
और चलते हुए बस तुम्हारी बातें सुनना
और वो शरमाती मुस्कान पे दिल का मचलना
ना आएगा वो पल लौट कर दोबारा
ना आएगी वो रात कभी मुड़ के दोबारा
शुरू हो गयी है बरसात अब आसमान से
और सुखा नही है अब मेरी आँखों का किनारा
ठंडी हवा के साथ बूंदों का आगमन है
ऐसे में क्यूँ मेरा दिल भर आया है
याद आई तेरी या तन्हाई ने बुलाया है
मिट्टी की खुश्बू ने सबको मदहोश कर दिया
बच्चों ने रास्ते पर ख़ुशी का ऐलान कर लिया
पर फिर क्यों मौसम ने मेरी आँखों को नम कर दिया
शायद टूटा है कोई सपना जिसने मन को झंकझोर दिया
ऐसे बारिश में भी क्यूँ है ये प्यास अधूरी
क्यूँ नही होती कभी दिल की कमी पूरी
कभी खिड़की तो कभी बिस्तर पर बैठते हैं हम
और याद करते हैं वो पहली मुलाकात हमारी
वो वक छाते में हमारा सम्भल के चलना
वो बाहों का प्यार से लड़ना झगड़ना
और चलते हुए बस तुम्हारी बातें सुनना
और वो शरमाती मुस्कान पे दिल का मचलना
ना आएगा वो पल लौट कर दोबारा
ना आएगी वो रात कभी मुड़ के दोबारा
शुरू हो गयी है बरसात अब आसमान से
और सुखा नही है अब मेरी आँखों का किनारा
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