फासले ना रहे कोई हम दोनों के दरमियां
मैं, मैं ना रहूँ,बस तू ही तू बन जाऊ
सुनी रातों की तन्हाईयाँ जब सताएगी तुझे
तेरी उन खामिशियों की गुफ्तगू बन जाऊ
जैसे दिलबर की हो तुझ को तमन्ना जाना
रब करे मैं वैसी हु-ब-हु बन जाऊ
गुस्ताख दिल की मेरे बस इतनी सी है ख्वाइश
तेरी धडकनों की मैं ही जुस्तुजू बन जाऊ
मैं, मैं ना रहूँ,बस तू ही तू बन जाऊ
सुनी रातों की तन्हाईयाँ जब सताएगी तुझे
तेरी उन खामिशियों की गुफ्तगू बन जाऊ
जैसे दिलबर की हो तुझ को तमन्ना जाना
रब करे मैं वैसी हु-ब-हु बन जाऊ
गुस्ताख दिल की मेरे बस इतनी सी है ख्वाइश
तेरी धडकनों की मैं ही जुस्तुजू बन जाऊ
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