गुमान !

मेरे लफ़्ज़ों से न कर मेरे किरदार का फैसला 
तेरा वजूद मिट जाएगा मेरी हकीकत ढूंढ़ते - ढूंढ़ते 
और अगर है कोई गुंजाइस तो आजमा के देख ले 
पर तेरा दामन ना भीग जाएगा मेरी तबीयत देखते देखते !

मेरी मुस्कान से न कर मेरे दर्द का फैसला 
बड़ी मुश्किल से ला पाता हु मैं अपने आंसू रोकते रोकते 
और अगर है हौसला तो मिलाके देखले नज़र 
पर तेरी नज़र न झुक जाये मेरी असलियत देखते - देखते !

मेरी हरकतों से ना कर मेरे जज़बातों का फैसला 
तेरा ईमान डगमगा जाएगा मेरे ऊसूल सुनते सुनते 
है सीने में मेरे अगन ऐसी की उसकी सुलग में 
गुजर गये कितने अपने अरमान सेंकते - सेंकते !

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