तन्हाई !

रहते हैं साथ - साथ मैं और मेरी तन्हाई
करते हैं राज़ की बात मैं और मेरी तन्हाई 

दिन तो गुजर जाता है लोगों की भीड़ में 
करते हैं रात बसर मैं और मेरी तन्हाई 

आया ना याद कभी भूल कर भी मैं 
करते हैं रात बसर मैं और मेरी तन्हाई 

आ के दूर क्यूँ दूर हो गये हमसे 
करते हैं तुम्हारी तलाश मैं और मेरी तन्हाई !
     

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