तुम्हे भूल जाऊं ये होता नही
कोई वक़्त हो दर्द सोता नही
न हो जाओ बदनाम तुम इस लिए
मैं रो रो के दामन भिगोता नही
ये वो फसल है जो उगे खुद-ब-खुद
कोई दर्द के बिज़ बोता नही
ये माना के तूफ़ान का जोर है
मैं घबरा के कश्ती डुबोता नही
कोई वक़्त हो दर्द सोता नही
न हो जाओ बदनाम तुम इस लिए
मैं रो रो के दामन भिगोता नही
ये वो फसल है जो उगे खुद-ब-खुद
कोई दर्द के बिज़ बोता नही
ये माना के तूफ़ान का जोर है
मैं घबरा के कश्ती डुबोता नही